Monday, April 26, 2010
आंटी ने मुझे रोका और बोली- बेटा मुझे भी कुछ करने दे और फिर मेरा लौडा पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी और फिर अपने मुँह में ले कर लोलीपोप की तरह चूसने लगी. मुझे इतना मज़ा आज तक नहीं आया था जितना कि अब आ रहा था और आने वाला था.
जब आंटी लौडा चूस कर थक गई तो उन्होंने मेरा लौडा पकड़ के अपनी चूत में डाला और कहा- बेटा मुझे स्वर्ग का मज़ा दिला दे !
मैंने ज़ोर से एक धक्का मारा और मेरा आधा लंड उनकी चूत मैं चला गया.
आंटी बोली- बेटा और अन्दर डालो. मैंने फिर एक धक्का मारा और इस बार मेरा पूरा लंड आंटी की चूत में समां गया.
मैंने २०-२५ ज़ोर ज़ोर से धक्के मारे तो आंटी बोली- बेटा अब मुझे कुतिया बना के चोद !
मैंने आंटी को कुतिया की पोसिशन मैं खड़ा किया और इस बार एक ही धक्के में मेरा पूरा लंड उनकी चूत में समां गया. आंटी ज़ोर-२ से आह अह अह...... ओह ओह ओह ओह चिल्लाने लगी. मैंने २०-२५ धक्को के बाद कहा- आंटी मैं झड़ने वाला हूँ !
आंटी बोली- बेटा मैं भी झड़ने वाली हूँ ! और हम दोनों एक साथ झड़ गए. उस दिन हमने करीब ४-५ बार सेक्स किया और फिर मैं अपने घर चला गया. उस दिन के बाद हमें जब भी मौका मिलता हम दोनों सेक्स करते
issk liye jitna kaha jaye kam hi hai
धीरे धीरे ५-७ मिनट हलके से ही सिर्फ सुपाड़ा ही अन्दर बाहर करके पहले रास्ता बनाया फिर एक हल्का झटका देकर करीब आधा लंड अन्दर किया तो उनके आँखों में संतुष्टि नज़र आई और फिर स्पीड बढ़ाई और करीब २ मिनट बाद एक ही झटके में अपनी फतह का झंडा जैसे ही उनकी चूत की जमीन पे फहराया तो उनकी आँखों से आंसू निकालने लगे, वो बोली- बाहर करो !
मैंने कहा- भाभी अब तो ये बोफोर्स तोप झंडा फहरा कर ही वापस आयेगी !
भाभी की आँखों से आंसू बह रहे थे जो उनकी चूत के कुंवारे होने का सुबूत दे रहे थे। तभी भाभी की आँखों के आंसू थमने लगे और और वो जोर जोर से सिसकियाँ लेने लगी। अचानक से उन्होंने मुझे बड़ी जोर से पकड़ा और चूत उछालने लगी और मुझसे लिपट गई।
मैंने कहा- क्या हुआ भाभी?
वो बोली- बस, अब रुक जाओ !
मैंने कहा- वो तो ठीक है लेकिन अभी तोप में गोले बाकी हैं ! इन्हें कहाँ करूँ ?
वो बोली- मेरे मुँह में कर दो !
मैंने कहा- वो तो हो चुका, अब जरा कुछ और !
वो बोली- क्या ?
तो मैंने उनकी गांड में ऊँगली डाल दी।
वो बोली- नहीं !
तो मैंने कहा- फिर मैं गुस्सा हो जाऊंगा और दोबारा फिर ये कभी नहीं होगा।
आखिर वो भी मजबूर थी और मान गई।
अब मैंने उनकी टांगे अपने कन्धों पे रक्खी और एक ही बार में पूरा लंड उनकी गांड में पेल दिया। उनकी तो गांड फट गई, वो चिल्लाने लगी जैसे मैं उनका गला दबा रहा था।
मैंने कहा- चिल्लाओ मत ! और उनका मुँह अपने हाथ से बंद किया और २-३ मिनट तक अपने लंड वैसे ही उनकी गांड में पड़े रहने दिया। फिर जब वो थोडा संभली तब मैंने फिर से चोदना शुरू किया और ३-४ मिनट में ही भाभी अपनी गांड भी चूत की ही तरह उछालने लगी।
फिर मैं भी थक गया था, स्पीड बढा दी और कुछ ही देर में मैंने उनके अन्दर अपना वीर्य छोड़ दिया। भाभी अब काफी संतुष्ट थी। फिर मैं भी अपने लंड पर इतरा रहा था और भाभी भी उसकी मर्दानगी की प्रशंसा कर रही थी।
फिर मैं घर आ गया और इसी तरह कई बार जब वो अकेले में होती तो उन्हें जमकर चोदा, कभी कुत्ते वाली स्टाइल में तो कभी ६९ पोजीशन में और जो भी उलटी सीधी पोजीशन किताबों में दिखी उसमें ! क्यूंकि वो तो मुझे प्रैक्टिस करवा रही थी और मैं उनका शिष्य था।
फिर एक बार भाभी को पार्क में भी चोदा और एक बार नाव में !
isse kahte hai chuadai
isse kahte hai chudai bada .............land gahri choot ......................
mai toh aashiq hu iss choot ka choot zintni kaali ho chodane mai utna hi maja hai...............
land jitna bada ho choot k liye utna hi chota hai ........................but land chahe chota ho ya bada ...........maja toh acchi chudai mai hai..............................nayi ladkiyo ko kya pata ki chudai kya hoti hai ........ye toh oldwomen se poocho ki chudai kya hoti hai,.......................
indian sex
indian kutiya style mai chodane ka maja hi kuch aur hai dheere _dheere daalte jaao aur maja lete jao................land ko chot mai rako aur itni jor se jhatka maaro ki bas choot k do hisse ho jaye........jhatko mai itna damm hona chaiye ki choot paani de maare .................ye toh aesa khel hai jo pahle jahra wo haara.................
baaare may mai kya kahu..............
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